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प्रस्तावना राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से काफी समृद्ध राज्य है राजस्थान में प्राकृतिक सौंदर्य , सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विविधता और विलक्षणता , मंदिरो और महलों की अद्भुत शिल्पकला और सौंदर्यता , लोक कलाएं और त्यौहार और मेलो के कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है पर्यटन ने राज्य के आर्थिक विकास और वृद्धि में काफी योगदान दिया है पर्यटन से रोजगार में वृद्धि, राजस्व में वृद्धि , व्यापार और उद्योगों का विकास , विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है। पर्यटन ने राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी मजबूत किया है पर्यटन ने राज्य को देश और विश्व में अलग पहचान दी है राज्य के लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक कलाएं, शाही रेलगाड़ी , धार्मिक उत्सव , उत्कृष्ट हस्तकला और परंपराओं ने अपनी अलग पहचान स्थापित की है जिसके कारण पर्यटक राज्य में वर्ष भर आते रहते है राजस्थान के पर्यटन विभाग का लोगो पधारो म्हारे देशपर्यटकों को काफी आकर्षित करता है
राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर उदयपुर इत्यादि पर्यटन स्थलों के रूप में काफी विख्यात है जयपुर का सिटी पैलेस, जंतर मंतर, हवा महल, सेंट्रल म्यूजियम , राम बाग पैलेस काफी प्रसिद्ध है जोधपुर में फूल महल, मान महल, मोती महल अपनी अनूठी कलाकारी के लिए प्रसिद्ध है तो तो अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह धार्मिक स्थल के रूप में विश्व में अपनी पहचान बनाए हुए है उदयपुर झीलो की नगरी के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए है जहा उदयपुर में सहेलियों की बाड़ी , प्रताप स्मारक , फतेह सागर, जनाना महल, मानक महल,मोती महल, भीम विलास,पर्यटक स्थल है इसी तरह राज्य में मनाये जाने वाले विभिन्न त्योहार और उत्सव , आयोजित किए जाने मेले ,गीत , संगीत , नृत्य , कला कृतियां , चित्र कलाएं और लोक कथाएं पर्यटकों को आकर्षित करती है इसी तरह प्रमुख धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में ब्रह्मा मंदिर और तीर्थराज पुष्कर श्रीनाथ जी , जगदीश मंदिर , बेणेश्वर धाम , रामदेवरा , एकलिंगजी , सांवरियाजी , केसरियाजी , रणकपुर जैन मंदिर , खाटूश्यामजी , सालासर धाम करनी माता मंदिर और सुंधा माता मंदिर इत्यादि है जहा वर्ष भर पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है इस तरह राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से काफी संपन्न राज्य है
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